कोख में नव माह रखकर, कष्ट नानाविध सहे। पीर पर्वत सी सही पर, अश्रु दृग से कब बहे।। मातृ वंदन इस धरा... कोख में नव माह रखकर, कष्ट नानाविध सहे। पीर पर्वत सी सही पर, अश्रु दृग से कब बहे...
बूढी होने पर आप कैसा दिखना चाहेंगे...? अपनी माॅं की तरह ही...? बूढी होने पर आप कैसा दिखना चाहेंगे...? अपनी माॅं की तरह ही...?
जब बच्चे को दर्द होता है तो आंसू माॅं की आॅंखों से गिरते है...!!! जब बच्चे को दर्द होता है तो आंसू माॅं की आॅंखों से गिरते है...!!!
नन्ही सी जान के साथ भी जिस्म का खेल खेलते है लोग...!!! नन्ही सी जान के साथ भी जिस्म का खेल खेलते है लोग...!!!
औरत का कोई वजूद है भी नहीं.? क्या वह हरदम पराया धन ही मानी जाएगी.? आखिर क्युॅं और कब तक.? औरत का कोई वजूद है भी नहीं.? क्या वह हरदम पराया धन ही मानी जाएगी.? आखिर क्युॅं औ...
दिनाेंदिन सास कि कही बातें सुनना, उनपर अमल करना, यहीं ताे काम है बहू का... लेकिन सबकुछ करने के बावजू... दिनाेंदिन सास कि कही बातें सुनना, उनपर अमल करना, यहीं ताे काम है बहू का... लेकिन...